Комментарии:
Sandeep Choudhary sir to thali ke baigan jaisa 1 question ruling party ko karte phir opposition per lakar har galati opposition per thousand dete hai
ОтветитьDirect opposition ko kadgarehe mein nhi question karte
ОтветитьKeya coordinator of is the final word of the debate who is the the judge as it appears that the godi media is also the judge!
ОтветитьCongress ne apni khabar khud
ОтветитьMahangai kahan gai
ОтветитьJob kahan gai
ОтветитьSabko fayda chahie
ОтветитьAam Janata ko koi fayda nahin Tare kyon Gin rahe ho
Ответитьपाकिस्तान की भाषा मत बोलिये।
ОтветитьWell done Sandeepji
ОтветитьI understand why Rahul gandhi is behaving like this…..immature, irresponsible, unreliable…..by seeing Pavan kheda and others….How congress media speak…..now I feel congress is gone case
Ответитьयह जो भी डिबेट चल रही है मेरे हिसाब से सभी डिबेट बकवास हैं क्यों मैं ऐसा कह रहा हूं किसने क्या कहा किसने पहले बताया किसने बाद में बताया सवाल यह नहीं भारत ने हमला किया पाकिस्तान पर भारत सरकार कह रही है कि हमने पाकिस्तान की मिलिट्री को निशाना नहीं बनाया ठीक है आतंकियों को निशाना बनाया ठीक है तो पाकिस्तान ने भी पलटवार किया उसने भी गुरुद्वारा या आम लोगों के घरों पर हमले किए मारा कौन गया आम लोग मारे आम लोग मारे गए गरीब लोग मारे गए जो बॉर्डर पर बम मुश्किल अपनी जिंदगी गुजर रहे हैं आम लोगों के घरों पर हमले हुए लेकिन जो भी हम लोग इन हमले में मारे गए हैं उनका तो कोई जिक्र ही नहीं नाम ना उनके हम नाम सुनते हैं कि कौन मारे गए किस दुख में है वह लोग उनका क्या मुआवजा दिया गया है उनके घर टूट गए तो अब वह कहां रह रहे हैं भारत सरकार ने उनके लिए क्या इंतजाम किए हैं उन शहीदों की कोई बात नहीं कर रहा है बस भारत सरकार मोदी जी तस्वीर खिंचवा रहे हैं अपना प्रचार कर रहे हैं जो शहीद हो गए मजलूम लोग रेलवे टिकट पर उनके नाम पर प्रचार कर रहे हैं अपनी फोटो छपवाकर जो कि मैं यह सब चीज भारत के लिए शर्मनाक मानता हूं भारत के लोगों के लिए शर्मनाक है ऐसा नहीं होना चाहिएपत्रकार महोदय उन लोगों की भी तस्वीर साझा करिए उन लोगों के घरों को भी दिखाइए जिनके घर पाकिस्तानी हमले में तबाह हो गए जिनमें गुरुद्वारा तबाह हो गए किसी की बेटी किसी का भाई किसी का आप किसी की मां शहीद हो गए उनका दुख दर्द में तो कोई शामिल ही नहीं दिख रहा है कि उनके दुख दर्द में कौन सामिल है भाजपा सरकार ने यह क्या तस्वीर बना दी है अपने चुनाव के फायदे के लिए आप अपना प्रचार करते रहेंगे हम लोग मर गए उनको क्या मुआवजा मिलेगा क्या मोहब्बत दिया उनके घर टूट गए तो वह कहां रह रहे हैं उनके रहने के आगे क्या व्यवस्था करेगी सरकार इस पर मैंने कोई कदम अभी तक भारत सरकार का नही देखाना ही सुना हमें तो अभी यह भी नहीं पता लग रहा है कि कितने शहीद हो गए हम लोग कितने लोगों के घरतबाह हो
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