Комментарии:
जय जय श्रीराम ❤❤😊😊🎉🎉
ОтветитьJay shree Ram ji Jai
ОтветитьPrajatantrik hindu
ОтветитьJayshreeramkijay
ОтветитьJai shree mahakal Bhai
ОтветитьHR HR Mahadev ❤
Ответитьযারা বাঙালি আছে তারা হরে কৃষ্ণ বলুন 🙏
ОтветитьHar har Mahadev ji 👏🥰🌹🌺
Jai shree Ram ji 👏🥰🌹🌺
Jai shree radhe Krishna ji 👏🥰🌹🌺
Jai bajrangbali ji 👏🥰🌹🌺
You are the best sir
ОтветитьJay Shree Ram.
ОтветитьJay Shri Ram Hari Om Hari Om Hari Om Hari Om Hari Om Hari Om Hari Om Hari Om
Ответитьphir India ka ilewa khahi Hindu kiyu nehi hai
ОтветитьYou are right, Sir.
Jai Shree Ram 🙏
Sahye kha bhye nye
Ответитьये लुटने और पैसे इकट्ठा करने लगे हैं अब हर मंदिरों में पैसे से काम होता है भगवान् है नहीं वहा 😂😂😂😂😂
ОтветитьBuddha bhi kam nhi hai no pakhand usme 😂😂😂
Ответитьहर हर महादेव
ОтветитьJai shee Ram
ОтветитьSar Hindu Marg mein to yahi bola Gaya Hai Na Kisi Ko Dhokha Na Kisi Se jhooth bolkar Paisa kamana
7 Margo mein ek bhi Marg Aisa nahin Hai Jahan per dhokhadhadi na Chali ho aap jitna Bata rahe ho mujhe nahin lagta ki aap ismein se jyada jyada saaf Ho
Jay jagannath 🙏🙏🙏🙏❤️♥️
ОтветитьDhan guru darshan❤
ОтветитьHari om namo shivaya ❤❤❤
Ответитьनई generation के लिए आप एक आदर्श है मुझे अच्छा लगता है जब आप सनातन की बात करते है और साथ ही विज्ञान की बात भी करते है
Ответитьबेरोजगारों को चाहिए कि अब बाबा बन जाओ इसमें न एजुकेशन की ज़रूरत और न इन्वेस्टमेंट की और इनकम अनलिमिटेड। और दंगाई प्रवति और हो तो मुख्यमंत्री बनने का भी चांस है
😂😂😂
हर धर्म का भगवान डरपोक है, इसलिए, खुद अपने धर्म स्थल को बचाने सामने नहीं आ रहा। मौलवी पंडित, पादरी के भरोसे बैठा है
Ответитьयह धर्म स्थल नहीं, लूट स्थल है। किसी धर्म स्थल ने शिक्षा, चिकित्सा, समानता, मानवता पर जोर नहीं दिया। तिलक, जनेऊ, टोपी, दाढ़ी पहनावा कर अपनी संख्याबल दिखाना चाहते है। इन सभी का खत्म होना ही अच्छा है।
Ответитьसब का नंबर आयेगा
जितनी अफवा ,संभावनाएं है मस्जिदों के नीचे मंदिर होने की, उससे दस गुना ज्यादा संभावनाएं है मंदिरों के नीचे बौद्ध मठ होने की।
गढ़े मुर्दे उखाड़े जा रहे हैं तो न्याय सबको मिलना चाहिए?
क्या बौद्धो को उनके मठ वापस मिलेंगे?
भारत लोकशाही देश
लगता है भगवान को ईस्लाम कबूल करना है...
🤔👇🤕👇😵💫👇🥸👇😝
इसलिये बार-बार मंदिर छोडकर मस्जिद मे घूस जाते है...
मुगल बहुत बड़े आर्किटेक्ट थे लेकिन उनको नींव खोदनी नहीं आती थी ,
*इसलिए मंदिरों की नींव का सहारा लेते हुए मस्जिद बना देते थे।*😊😜
जाति अगर वर्ण के आधार पर है तो विदेशों में जाति
क्यों नहीं है और अगर कर्म
के आधार पर तो कोई ब्राह्मण आज तक सूद्र क्यों नहीं बना ??
जिसने धर्म को पढ़ा है वो धर्म से उपर उठ गया है.. और जिसने धर्म को समझा (जाना) ही नहीं वो धर्म को अपने माथे लिए घूम रहा है !!
हमारा धर्म खतरे में नहीं है बल्कि वर्णव्यवस्था आधारित ब्राह्मणवादी सनातन हिन्दू धर्म खतरे में है।
मुझे सपना आया
संघ.. कार्यालय नागपुर के नीचे मस्जिद है।
औपचारिक भवन ना होने पर मुस्लिम लीग के साथ सरकार बनाते समय मुल्लों ने अंग्रेजो के दलालो को तौफे में दिया था
इसकी भी खुदाई करवाई जाए जज... महोदय
~प्रमोद यादव
🤣🤣😃😃🤣🤣🤗🤫🙂
तुम स्कूल छोड़कर मंदिर जा रहे हो ..
और वो ढोंगी , पाखंडी, मंदिर छोड़कर राजनीति, में जाकर संसद , विधानसभा, जा रहे हैं ..।।
एक पीढ़ी का पाखंड,
दूसरी पीढ़ी के लिए परम्परा,
तीसरी पीढ़ी के लिए संस्कृति,
और चौथी पीढ़ी के लिए धर्म बन जाता है।
देश को खतरा नास्तिक से नहीं झूठे आस्तिकों से है!
यज्ञ-हवन में केवल घी-अनाज वस्त्र ही स्वाहा नहीं होंता ..
बल्कि आपके तर्क-विवेक के साथ-साथ सारे पढ़े-लिखे डिग्रियां भी स्वाहा हो जाता है ..|
राम मंदिर के सहारे 400 पार का ख्वाब धराशायी होने के बाद,
अब मस्जिदों के निचे सत्ता के चाबी खोज रियेला है🙄 पठान का बच्चा 🙈🦬😜
*भारत में टैलेंट की कद्र ही नहीं है, बताओ आइंस्टीन की टक्कर का एक वैज्ञानिक 35 साल तक भीख मांगता रहा…*🙄🤔
Ответитьजिस धर्म मे जानवर को भगवान और इन्सान को जानवर,शुद्र,नीच माना जाता है वह धर्म नही कलंक है ऐसे धर्म को त्याग देना ही उचीत है...
Ответитьराजनीतिक चिंटुओं से सावधान रहें, जो तुम्हें धर्म के नाम पर आपस में लड़वा रहे हैं। देश में धार्मिक नफ़रत फैला कर सत्ता हासिल करना चाहते हैं या सत्ता में बना रहना चाहते हैं।
Ответитьधार्मिक लोगो की सबसे अच्छी बात यह होती है की उन्हें अपने धर्म को छोड़ सभी धर्मो में बुराई दिख जाती है।
😜😜
जब मैं आस्तिकों को यह कहते सुनता हूँ कि “कोई तो है जो इस दुनिया को चला रहा है”, तो मुझे सच में बहुत हँसी आती है! :D
अरे जब वो मुझे ही नहीं चला रहा तो मैं कैसे मान लूँ कि वो दुनिया चला रहा होगा?
या फिर वो यह चाहता है कि उसके अस्तित्व को न मानने वाले मेरे जैसे नास्तिकों की संख्या बढ़े और हमारी बात सुनकर और लोग भी नास्तिक होते चले जाएँ!
बहुत सीधी सी बात है यह :) परन्तु धार्मिक आस्थाओं से जंग खाए दिमागों से आप इसे भी समझने की अपेक्षा नहीं रख सकते! 😜
— बालेन्दु गोस्वामी
धार्मिक लोग अपने ईश्वर को बहुत खतरनाक समझते हैं और कहते हैं कि "ईश्वर से डरो" 🤭
अधिकांश आस्तिक ईश्वर को ए टी एम मशीन भी समझते हैं और कहते हैं कि "सुख संपत्ति घर आवे कष्ट मिटे तन का" 🤗
कोई कोई धर्म पालक ईश्वर को नौकर भी समझते हैं और उसे पूरी लिस्ट बना के दे देते हैं कि क्या क्या काम करने हैं 🤔
बहुत से भक्त तो ईश्वर को भ्रष्ट और रिश्वतखोर भी समझते हैं और कहते हैं कि ये काम कर दो तो सौ रुपये का भोग लगाऊंगा 😜
— बालेन्दु गोस्वामी
धर्म और ईश्वर जैसी नितान्त अवैज्ञानिक धारणा जोकि वस्तुतः अन्धविश्वास का स्रोत हैं,
उन्हें प्रचारित और प्रसारित करने वाले लोगों में आप लोग एक फैशन देखेंगे कि अब वो अपने हर मूर्खतापूर्ण कुतर्क और भ्रान्तियों के साथ जोड़ देंगे कि ये बहुत वैज्ञानिक है,
सोचते हैं कि शायद विज्ञान का नाम लेकर उनका कचड़ा बिक जायेगा!
ठीक भी है, जब हमारे यहाँ के अन्धविश्वासी वैज्ञानिक राकेट छोड़ने के पहले सफलता के लिए हवन, पूजा-पाठ करते फिरेंगे तो भला धर्म, अध्यात्म और ईश्वर को बेचने वाले व्यापारी अपने सौदे को वैज्ञानिक क्यों न बताएं!
— बालेन्दु गोस्वामी
नास्तिकता कभी भी आसान नहीं है।
यह इंसान की तर्क व विचार शक्ति की सबसे ऊंचा स्तर होता है। इंसान अपने शिक्षा, ज्ञान और तर्कशील विवेचना द्वारा ही नास्तिकता के दिशा में बढ़ता है।
एक बार नास्तिकता के रास्ते में कदम रखने के बाद अंधविश्वास, कुसंस्कार, पाप, पुण्य, स्वर्ग, नर्क, मोक्ष, पुनर्जन्म, आत्मा परमात्मा आदि जैसे मूल्यहीन विचारों से मुक्त हो जाता है।
— ममता नायक
ईश्वर को मानने वाले धार्मिक लोग ये कहते हैं कि उसकी मर्जी के बगैर एक पत्ता भी नहीं हिलता।
जो भी कुछ हुआ, हो रहा है अथवा होगा वो उसकी इच्छा से ही हो रहा है।
अगर आप सच में ऐसा ही सोचते हैं, तो मेरे समझ में ये नहीं आता कि आपको बुरा क्यों लगता है और आप गुस्सा क्यों हो जाते हो यदि कोई मेरे जैसा नास्तिक आपके धर्म और ईश्वर को नहीं मानता?
आप ये क्यों नहीं सोच लेते कि ये भी उस ईश्वर की ही इच्छा होगी और उसी की इच्छा से ही मैं इस प्रकार सोचता हूँ कि यदि अधिक से अधिक लोग धर्म और ईश्वर से दूर हों तो ये दुनिया एक और अधिक बेहतर जगह होगी!
मुझे गाली देने के स्थान पर आप अपने ईश्वर से कहकर मेरी नास्तिकता भरी सोच और यहाँ लिखना पढ़ना ही बंद क्यों नहीं करा देते!
— बालेन्दु गोस्वामी
🙏🙏🙏
Ответить"वेद" में *Science*😁 है ये 'चिल्ला-चिल्ला' 🗣️ के बोल रहे हैं 👻लेकिन "वेद" में *मूर्ति पूजा*🙈 है ही नहीं😜😂..
इस बात को बताने मे शर्मा क्यूं रहे है😂😂 ..
कुछ तो गड़बड़ है दया 🤔🧐🥸
मंदिरों में दान, चढ़ावा, देना बंद करो,
क्योंकि भगवान तो मस्जिदों के नीचे दबे हुए हैं।
🤔🤔
सारा पैसा गलत पते (एड्रेस) पर जा रहा है 😜
🤣😜🤣😜
रामायण काल में बंदरों को किस पोंगा पंडित ने पढाया जो पत्थरों पर राम लिखते थे, उस समय तो ईंसानो को तक पढने की मनाई थीं।
Ответитьएक ताज़ा सर्वे से पता चला हैं कि........
हर तीन अंधभक्तो में से एक उतना ही मूर्ख होता है, जितने की बाकी दो..! 😜🤣😜
सुना है ज्ञानी लोग कहते हैं धर्म तोएक ही है वहहै सनातन बाकी सब जितने हैं वह सब पंथ है
Ответить👍🙏
Ответить